नंगा मजा
मेरे दुधमुहीं बच्ची है ये तो बता ही चुकी हूं। कल की ही बात है एक अंकल आये, शायद 47-48 के तो होंगे ही यानी मेरे बाप की उम्र के बराबर्। उस वक्त मैं बच्ची को दूध पिला रही थी, और मेरे दोनो स्तन नंगे थे।अंकल मेरी बडी मदद करते थे शायद मुझे चोदने के खातिर। तो वो मेरी जांघ से सट कर बैठ गये, और बच्ची के गाल पे हाथ फ़िराते उसे प्यार करने लगे।बच्ची एक चूची से लागी हुई थी और मेरी दूसरी चूची भी नंगी थी ।अचानक उन्होंने मेरी खुली चूची को मुंह मे ले लिया, वो उसे चाटने लगे और उससे खेलने लगे,फ़िर उन्होंने मेरे मम्मे दबा-दबा चूची की नुकीली नोंक चूंसते रहे। अहा मेरे तो तन-बदन में आग लग गयी।मेरी बच्ची अभी भी दूध पी रही थी उसे भी वो लाड लडा प्यार करने लगे, बच्ची के गालों पर चुटकी करते वो मेरी दूधिया चूची का मजा ले रहे थे,उनका एक हाथ मेरी कमर पे गया और फ़िर मेरी गांड की तरफ सरका।बच्ची जब पूरा दूध पी चुकी तो वो बोले इसे मेरी गोद में बिठा दो।बच्ची उनकी जांघों पर सरक गयी। अपने ओठों पे जीभ फिराते हुये वो मे्री चूत टटोलने लगे।फिर उनकी जीभ बच्ची के मासूम गाल पे भी फिरी।बच्ची उनकी गोद में ही थी कि उनका लंड कसमसाया।पीछेसे मेरी गांड में ऊंगली करते अंकल मुझसे बोले --- " बेटी,आज तो मैं तेरी फ़ुद्दी मार के ही जाउंगा; खूब-खूब धक्का मार-मार तुझे चोदूंगा।"तभी अचानक से उन्होंने मेरे एक गाल पे काट खाया।यही नहीं उन्होंने मुझे मेर्री कमर के नीचे से ले टांगों तक नंगा कर दिया।अब उन्होंने बच्ची को तो पास मे उलटा सुला दिया और मुझे चोदने लगे।उनका झांटदार लंड देख कर मैं डर गयी '' हाये राम इतना मोटा काला मुस्टंडा लंड मे्री नाजुक सी चूत में कैसे फंसेगा।मुझे चोदने के लिये जगह बनाने अंकल ने बच्ची का सिर और टांगें पकड उसे और आगे खिसकाया । मुझे डर लगा कि कहीं बच्ची जाग ना जाये मगर भगवान की दया से बच्ची सोयी ही रही।मेरी चूत, मुंह और गांड को ठोकने के बाद अंकल ने मेरी नन्ही मासूम प्यरी-प्यारी बच्ची को भी अपना अनोखा प्यार दिया,बच्ची के गाल और उसकी चूतड सहला-सहला कर।उस वक्त मेरी 7 साल की बच्ची स्कूल थी, नहीं तो अंकल उसको भी प्यार देते और क्या कहूं कुछ ज्यादा ही प्यार देते,है ना !
9 years ago