गरिमा का गरम गेंग बेंग
हि मेरा नाम गरिमा रानी है, मेरे पति व्यापार के सिलसिले मे दूर कलकत्ता रह्ते है । हमारा घर बडा है पर उसमे मै अकेली ही अपने दो बच्चों के साथ रह्ती हूं। मेरी एक बच्ची 7 साल की है, दूसरी दूध पीती बच्ची है।एक रात मैं अपनी छोटी बच्ची को अपने स्तनों का दूध पिला रही थी तब की बात है, कैसे बताउं-- मेरी बडी बच्ची अपने कपडे बदल रही थी कि तीन मोटे मुस्टंडे मर्द हल्ला मचाते मेरे घर में घुसे और एक ने मुझे पीछे से पकड-जकड लिया, दूसरे ने दूध पीती बच्ची को मुझसे अलग छिटका दिया् ।बडी बच्ची सहम गयी । उन तीन बदमाशों ने मेरी बडी बच्ची के सामने ही मुझे पूरा नंगा कर दिया।मेरे स्तन तो पहले से ही नंगे थे,उनसे दूध भी टपक रहा था। एक बदमाश ने मेरी चूचियां रगड दूध निकाला और ्मेरी बडी बच्ची को बुला कर कहा कि ' ले तू पी' । कितने कमीने थे वो। मेरी बडी बच्ची से बोले-- " देख, हम तेरी मां को चोदेंगे।"
मैं डर गयी । फिर उन्होनें मेरी बडी बच्ची को दिखा-दिखा कर अपने कपडे उतारे। उन तीनों के लंड लंबे और मोटे थे। मुझे पहली बार पता चला कि सात साल की बच्ची मे भी सेक्स की समझ आ जाती है क्यों किमेरी बडी बच्ची भी उनके लंड घूर-घूर कर रुचि से देख रही थी।आह, तभी एक मुस्टंडा मेरे पीछे लग मेरी गांड से चिपक गया, उसका मोटा - मोटा लंड मेरी गांड के दोनों हिस्सों से टकरा मेरी जांघों के बीच से निकल मेरी चूत मे घुसने को बेकरार था।पर उसने अभी वो लंड मेरी फ़ुद्दी मे नहीं फंसाया। दर असल वो तो मेरे पीछे लग मेरे मोटेताजे मम्मों को कठोरता से गूंधना चाह्ता था।उसने मेरी चूचियां चटकायी और मेरे गाल मरोडे।फिर उसने एक-एक कर दोनो चूची दांत मे दबा काटी।मुझे दर्द हुआ तो वो साला मजे से हंसने लगा, बोला-- ''तसल्ली से बजायेंगे तुझे, ठोक-ठोक कर चुदाइ करेंगे''।
अब दूसरा मुस्टंडा आगे से चिपका,मेरे पेट से सट । मेरी नाभि के नीचे उसका हाथ घूमा, और घप्प से उसकी एक अंगुली मेरी चूत में सरकी।एक अंगुली,दो अंगुली, फिर तीन अंगुलियां एक साथ घुसा कर वो मेरी चूत के मांस को छेडने लगा। आह, तभी उसका मोटा कडा लंड मे्री योनि, मतलब मेरी चूत में घुस गया।ठीक उसी वक्त पीछे वाला मुस्टंडा मेरी गांड मारने लगा। आह, आह, आह---मैं ये ही आवाजें निकाल रही थी,वो दोनों कूद-कूद कर बारी-बारी से मेरी गांड व चूत चोद रहे थे।और ये सब मेरी सात साल की बच्ची देख रही थी।
अब क्या बताऊँ वो तीनों मेरे साथ मुख मैथुन यानि मुह चुदाई पर आ गये।एक मेरी चूत काट रहा था, दूसरे ने मेरे मुंह में लौडा घुसेड दिया, तीसरा मेरी गांड के छेद में जीभ घुस्सा चोद रहा था। जेसे ही मौका मिलता वो वापस चूत में लंड ्डाल डाल मुझे चोद्ते।तीनों ने मुझे पूरी रात चोदा। तीन लंड थे, एक स्याह काला, एक बैंगनी, एक गोरा-चिट्टा।उनकी तुलना में मेरे पति का लंड छोटा और मुर्दा था।अब सच कहुं तो आखिर में मुझे भी मजा आया।
मैं डर गयी । फिर उन्होनें मेरी बडी बच्ची को दिखा-दिखा कर अपने कपडे उतारे। उन तीनों के लंड लंबे और मोटे थे। मुझे पहली बार पता चला कि सात साल की बच्ची मे भी सेक्स की समझ आ जाती है क्यों किमेरी बडी बच्ची भी उनके लंड घूर-घूर कर रुचि से देख रही थी।आह, तभी एक मुस्टंडा मेरे पीछे लग मेरी गांड से चिपक गया, उसका मोटा - मोटा लंड मेरी गांड के दोनों हिस्सों से टकरा मेरी जांघों के बीच से निकल मेरी चूत मे घुसने को बेकरार था।पर उसने अभी वो लंड मेरी फ़ुद्दी मे नहीं फंसाया। दर असल वो तो मेरे पीछे लग मेरे मोटेताजे मम्मों को कठोरता से गूंधना चाह्ता था।उसने मेरी चूचियां चटकायी और मेरे गाल मरोडे।फिर उसने एक-एक कर दोनो चूची दांत मे दबा काटी।मुझे दर्द हुआ तो वो साला मजे से हंसने लगा, बोला-- ''तसल्ली से बजायेंगे तुझे, ठोक-ठोक कर चुदाइ करेंगे''।
अब दूसरा मुस्टंडा आगे से चिपका,मेरे पेट से सट । मेरी नाभि के नीचे उसका हाथ घूमा, और घप्प से उसकी एक अंगुली मेरी चूत में सरकी।एक अंगुली,दो अंगुली, फिर तीन अंगुलियां एक साथ घुसा कर वो मेरी चूत के मांस को छेडने लगा। आह, तभी उसका मोटा कडा लंड मे्री योनि, मतलब मेरी चूत में घुस गया।ठीक उसी वक्त पीछे वाला मुस्टंडा मेरी गांड मारने लगा। आह, आह, आह---मैं ये ही आवाजें निकाल रही थी,वो दोनों कूद-कूद कर बारी-बारी से मेरी गांड व चूत चोद रहे थे।और ये सब मेरी सात साल की बच्ची देख रही थी।
अब क्या बताऊँ वो तीनों मेरे साथ मुख मैथुन यानि मुह चुदाई पर आ गये।एक मेरी चूत काट रहा था, दूसरे ने मेरे मुंह में लौडा घुसेड दिया, तीसरा मेरी गांड के छेद में जीभ घुस्सा चोद रहा था। जेसे ही मौका मिलता वो वापस चूत में लंड ्डाल डाल मुझे चोद्ते।तीनों ने मुझे पूरी रात चोदा। तीन लंड थे, एक स्याह काला, एक बैंगनी, एक गोरा-चिट्टा।उनकी तुलना में मेरे पति का लंड छोटा और मुर्दा था।अब सच कहुं तो आखिर में मुझे भी मजा आया।
9 years ago