गर्भनिरोधक हानिकारक
अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए गर्भनिरोधक का सेवन महिलाओं के बीच भले ही कितना आम हो पर इसका कुप्रभाव भी होता है।
शोधकर्ताओं ने माना है कि गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन से महिलाओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है।
कोपेनहोगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है ताजा शोध।
कोपेनहोगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि गर्भनिरोधक गोलियों का लंबे समय तक सेवन महिलाओं के प्रजनन तंत्र को समय से पहले बूढ़ा बना देता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन से महिलाओं की बायोलॉजिकल क्लॉक प्रभावित होती है और 30 साल से कम उम्र की महिलाओं की फर्टिलिटी को नुकसान पहुंच सकता है।
शोधकर्ताओं ने शोध में पाया कि 30 साल से कम उम्र की जो महिलाएं गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन अधिक करती हैं उनकी अंडकोष उम्रदराज महिलाओं की तरह होने लगते हैं।
शोध के अनुसार यह महिलाओं के अंडकोष के आकार को प्रभावित करता है, बल्कि इनकी संख्या को भी आधा कर सकता है।
शोधकर्ताओं यह भी माना है कि गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन से महिलाओं की प्रजनन क्षमता जरूर प्रभावित होती है, लेकिन इससे सेक्स के प्रति उनकी इच्छा का कोई संबंध नहीं है।
शोधकर्ताओं ने माना है कि गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन से महिलाओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है।
कोपेनहोगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है ताजा शोध।
कोपेनहोगन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि गर्भनिरोधक गोलियों का लंबे समय तक सेवन महिलाओं के प्रजनन तंत्र को समय से पहले बूढ़ा बना देता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन से महिलाओं की बायोलॉजिकल क्लॉक प्रभावित होती है और 30 साल से कम उम्र की महिलाओं की फर्टिलिटी को नुकसान पहुंच सकता है।
शोधकर्ताओं ने शोध में पाया कि 30 साल से कम उम्र की जो महिलाएं गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन अधिक करती हैं उनकी अंडकोष उम्रदराज महिलाओं की तरह होने लगते हैं।
शोध के अनुसार यह महिलाओं के अंडकोष के आकार को प्रभावित करता है, बल्कि इनकी संख्या को भी आधा कर सकता है।
शोधकर्ताओं यह भी माना है कि गर्भनिरोधक दवाओं के सेवन से महिलाओं की प्रजनन क्षमता जरूर प्रभावित होती है, लेकिन इससे सेक्स के प्रति उनकी इच्छा का कोई संबंध नहीं है।
10 years ago